- .जमुई ” विजय दिवस की पूर्व संध्या छात्रा सह गायिका प्रगति के गीत की चहुंओर हो रही प्रशंसा इंटरनेट मीडिया पर वायरल मंत्र मुग्ध होकर सुन रहे लोग सुरीली आवाज ” विजय दिवस पर सैनिकों के सम्मान में रक्तदान शिविर का आयोजन ”
.जमुई की एक स्कूली छात्रा ने हमारे वीर जवानों की शहादत और बलिदान को श्रद्धांजलि अर्पित करने लिऐ सम्मानित करने के लिऐ अनोखा तरीका रक्तदान कर दिया गया सम्मान 16 दिसंबर को आज विजय दिवस के एक दिन पूर्व किया गया रक्तदान जरूरतमंदो की जिंदगी बचेगी ‘
विजय दिवस के पूर्व शहीदों के सम्मान में और रक्तदान को लेकर छात्रा सह गायिका ‘ प्रगति ‘ के गीत तेजी से इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहे है हर कोई प्रगति के गीत के माध्यम से जुडकर शहीदों को याद कर रहा है अपनी श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है।
गीत के बोल ‘ रक्तदान करना संकल्प हमारा तुम्हारा, तुम्हारा हमारा विकल्प नहीं इसका कोई यही है धर्म हमारा, सीमा पर लडते सैनिक सीमा है राह निहारे कब से बहने जागी निंदिया भाई कहां रे, रक्त बहा भईया ने सीमा पर अपना देश पे जीवन वारां रक्तदान करना संकल्प हमारा तुम्हारा, जाति धर्म से उठकर आओं संकल्प दिखाऐं सडको पर तडपता जीवन जीने की राह दिखाऐं रक्तदान के हर कोशिश से जीवन मिले दुबारा रक्तदान करना यही है संकल्प हमारा विकल्प नहीं इसका कोई फ़र्ज भी है ये हमारा तुम्हारा हमारा। ‘
यहां बता दें कि छात्रा सह गायिका प्रगति सिंह पिता-शिव शंकर सिंह एवं माता- भारती देवी की छोटी बेटी हैं किसी परिचय की मोहताज नहीं प्रगति के लिखे गए मधुर गीत आज हर कोई सुनना चाहता है।
इनका पैतृक गांव मुंगेर जिले के पहाड़पुर में है लेकिन नर्सरी से लेकर ग्यारहवीं (जीव विज्ञान प्रथम वर्ष) तक की पढ़ाई जमुई जिले के नया टोला बिहारी में रहते हुए डीएवी पब्लिक स्कूल और राज्य संपोषित कन्या +2 उच्च विद्यालय से हुआ है।
प्रगति का बचपन से गाना गाने के प्रति अभिरूचि को देखते हुए परिवार द्वारा उतसाह वर्धन किया गया और संगीत की तालीम भी समय-समय पर दिलाने के लिए गुणी संगीतज्ञों से दिलाया गया। इस कड़ी में एक दर्जन से अधिक गीतों को गा चुकी हैं।
प्रगति ने संगीत की प्रतिभा से लोक जागरण का प्रयास कोरोना-19 महामारी के दौर में करने काम किया है। जिसमें से बचाव और सामाजिक दूरी पालन करने की अपील की जैसे- कोरोना वायरस की है बात, तुम रखना खुद को साफ•••
अरे ये भैया जी सावधानी बरत लेना•••
ये भारत के वीरों मेहनतकश मजदूरों, तुझे हर पल सब ठुकराये तेरे किसी व्यथा पर साहब को तनिक दया न आये•••••
वहीं फाइलेरिया उन्मूलन जैसे गीतों- मानवता के नाते भैया है संकल्प हमारा फाइलेरिया को दूर भगायें है संकल्प हमारा ••• को भी गाकर जागरूक करने का सफल प्रयास किया है। आगे लोक आस्था का महापर्व छठ गीतों में- उगीं हे दीनानाथ- कल्पेली भीजल तेवैया हो•••••
जोड़े-जोड़े फलवा सुरूजदेव घटना पे तिवैइ चढ़ावेली हो••••।इसी क्रम में राज्य सरकार के कला, संस्कृति और युवा विभाग द्वारा आयोजित जिला स्तरीय संगीत प्रतियोगिता में भाग लेकर लोकगीत व भजन गायन में प्रथम स्थान प्राप्त कर राज्य स्तरीय गायन प्रतियोगिता के लिए भी चयनित हुईं हैं। प्रगति बाल अधिकार और संरक्षण हेतु बिहार युथ फोर चाइल्ड राइट्स और नाइन इज माइन के नैशनल चाइल्ड इन्क्लूजिव पार्लियामेंट के साथ जुड़कर बच्चों और किशोर-किशोरियां के अधिकारों और स्वास्थ्य पर भी स्वयं जागरूक होकर लोगों को जागरूक करती रही हैं।
प्रगति एक कुशल गायिका और महिला रोग चिकित्सक बनने के लिए प्रयासरत हैं।









